नीरज चोपड़ा - भारत का स्वर्णिम सितारा

अपनी उत्कृष्टता को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार हैं।

वे भविष्य की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी भारत का नाम ऊँचा कर सकें।

नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में अपनी अद्भुत प्रतिभा से पूरे भारत को गर्वित किया है। वे देश के सबसे महान एथलीटों में से एक हैं।

प्रारंभिक जीवन और प्रेरणा: नीरज का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के खांद्रा गाँव में हुआ था।

भारत एथलेटिक्स आयु: 26 लिंग: पुरुष कार्य: एथलीट ऊंचाई मीटर/फीट: 1.86/6'1'' जन्म स्थान: पानीपत

नीरज चोपड़ा खेलों से प्रेम बचपन में ही हो गया था, और स्थानीय स्टेडियम में भाला फेंक के खिलाड़ियों को देखकर वे प्रेरित हुए।

नीरज ने जल्दी ही राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने जूनियर रिकॉर्ड स्थापित किए और कई पदक जीते।

कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें भविष्य की सफलता के लिए तैयार किया।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया स्पोर्ट्स अवार्ड्स (2022) में स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ़ द ईयर और एथलीट ऑफ़ द ईयर।

पहला बड़ा ब्रेकथ्रू 2016 में नीरज ने पोलैंड में हुए वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता,

उनके ब्रांड का मूल्य $26.5 मिलियन आंका है

उन्होंने 86.48 मीटर की थ्रो कर जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।

पुरुषों की भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले एशियाई बने

ओलंपिक की महानता 2021 में नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उनकी 87.58 मीटर की थ्रो

87.58 मीटर की थ्रो ने उन्हें पहला स्थान दिलाया और वे ट्रैक एंड फील्ड में ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय बन गए।

राष्ट्रीय नायक: नीरज की ओलंपिक विजय ने उन्हें रातोंरात राष्ट्रीय नायक बना दिया। उनकी इस उपलब्धि ने पूरे भारत को गर्वित किया

मैदान के बाहर का नीरज: नीरज अपनी खेल प्रतिभा के साथ-साथ अपनी विनम्रता और समर्पण के लिए भी जाने जाते हैं।

वे लगातार मेहनत कर रहे हैं, ताकि वे भविष्य की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी भारत का नाम ऊँचा कर सकें।

विरासत जारी: नीरज चोपड़ा की यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। आने वाली प्रतियोगिताओं के लिए वे पूरी मेहनत से प्रशिक्षण कर रहे हैं